नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ है. सरकार द्वारा बार-बार इसे लेकर स्पष्ट बयान देने के बावजूद अफवाह तंत्र तेजी से काम कर रहा है. देश के कई राज्यों में इसी अफवाह तंत्र की वजह से हिंसा भी हुई. ऐसे में वीरवार को एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सामने आए और इस कानून का विरोध करने वाले दलों और संगठनों की तीखी आलोचना की.
कर्नाटक की धरती से विरोधियों को नसीहत देते हुए पीएम मोदी ने कहा ,
“ अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है , उससे जुड़े नारे लगाइए. अगर आपको जुलूस ही निकालना है तो पाकिस्तान से आए हिंदू-दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए. “
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज हर देशवासी के मन में सवाल है कि जो लोग पाकिस्तान से अपनी जान बचाने के लिए , अपनी बेटियों की जिंदगी बचाने के लिए यहां आए हैं , उनके खिलाफ तो जुलूस निकाले जा रहे हैं लेकिन जिस पाकिस्तान ने उनपर ये जुल्म किया , उनके खिलाफ इन लोगों के मुंह पर ताले क्यों लगे हुए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने नागरिकता क़ानून को लेकर कांग्रेस और उनके सहयोगियों पर भी हमला करते हुए कहा कि वे देश की संसद के ही ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे हैं और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कुछ नहीं बोलते जहाँ अल्पसंख्यकों का दमन किया जा रहा है.
उन्होने कहा कि आज जरूरत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करने की है जिसने पिछले 70 सालों में अपने ही देश में अल्पसंख्यकों पर जुल्म ढ़ाये है.