उत्तराखंड के नवनियुक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पद संभालने के बाद से ही उनके सामने सबसे बड़ा सवाल कांवड़ यात्रा को लेकर था। एक तरफ कोरोना महामारी का खतरा था तो दूसरी तरफ एक तबका आस्था का सवाल उठा कर कांवड़ यात्रा को मंजूरी देने की मांग कर रहा था। यहां तक कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कांवड़ यात्रा के संबंध में बात की थी।
लेकिन कोरोना महामारी के लगातार बढ़ते खतरे के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिम्मत दिखाते हुए एक कठोर फैसला कर ही लिया। सरकार ने कोविड महामारी के खतरे को देखते हुए इस साल होने वाली कांवड़ यात्रा को टाल दिया है।
आपको बता दें कि कांवड़ यात्रा रद्द करने का फैसला पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कार्यकाल में ही ले लिया गया था लेकिन मुख्यमंत्री बदले जाने के बाद से ही इसे लेकर कयासों का दौर जारी था। हालांकि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही यह बयान दे चुके थे कि लोगों की जान बचाना उनकी पहली प्राथमिकता है।
उच्चस्तरीय बैठक में कांवड़ यात्रा को रद्द करने का हुआ फैसला
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवङ यात्रा के संबंध में सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में कोविड के डेल्टा प्लस वैरियेन्ट के पाये जाने, कोविड की तीसरी लहर की आशंका और देश-विदेश में इसके दुष्प्रभावों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। इस संबंध में विशेषज्ञों की राय पर भी विचार किया गया। मनुष्य जीवन की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आगामी काँवड़ यात्रा को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री ने सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक को यथोचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। यह भी निर्देश दिए कि पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावी कार्यवाही हेतु अनुरोध किया जाय, ताकि वैश्विक माहमारी को रोकने में सफल हो सकें।
बैठक में मुख्य सचिव डाॅ एस एस संधु, अपर मुख्य सचिव आनंदबर्द्धन पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।