कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में 21 दिनों के लिए संपूर्ण लॉकडाउन लागू है। यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाने वाले सार्वजनिक परिवहन सेवा का हर साधन पूरी तरह से बंद है- चाहे वो बस हो या ट्रेन या फिर हवाई जहाज।
लेकिन जैसे-जैसे 21 दिनों के लॉकडाउन के खत्म होने की तारीखें नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे इनके शुरू होने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा कयास रेलवे सेवा यानि यात्री ट्रेनों के फिर से शुरू होने को लेकर लगाए जा रहे हैं।
ट्रेन सेवा शुरू होने को लेकर मीडिया में लगातर पिछले कई दिनों से खबरें आ रही हैं। इन खबरों से यात्री ट्रेन के शुरू होने को लेकर कई कयासों को बल मिलने लगा और इन हालातों में यह जरूरी हो गया था कि रेल मंत्रालय अपना पक्ष रखते हुए सही और सटीक जानकारी लोगों तक पहुंचाए।
यात्री ट्रेन सेवा को लेकर रेलवे ने जारी किया बयान -पढ़िए यहां रेलवे का अनकट बयान
बीते दो दिनों में ट्रेनों के संभावित यात्रियों से संबंधित विभिन्न प्रोटोकॉल आदि के बार में मीडिया में कुछ रिपोर्ट आई हैं। इनमें एक निश्चित तारीख से शुरू होने जा रही ट्रेनों की संख्या का भी उल्लेख किया है।
मीडिया के संज्ञान में लाया जाता है कि उक्त मामलों में अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है और ऐसे मामलों में अपरिपक्व या समय से पहले सूचनाएं देने से जनता के बीच ऐसे मुश्किल हालात में अनावश्यक अटकलबाजियां शुरू होती हैं।
ऐसे में विनम्रतापूर्वक अनुरोध किया जाता है और सलाह दी जाती है कि मीडिया अपुष्ट या असत्यापित मामलों के आधार पर समाचारों के प्रकाशन से बच सकता है, जिससे ऐसी अकटलबाजी होती हैं।
रेल यात्रा पर लॉकडाउन के बाद की परिस्थितियों पर रेलवे द्वारा अपने संभावित यात्रियों सहित सभी पक्षधारकों के हित में व्यावहारिक फैसले लिए जाएंगे। कोई फैसला होने पर इस बारे में सभी उचित माध्यम से सूचना दी जाएगी।
जाहिर तौर पर ,रेलवे ने मीडिया से यह अनुरोध किया है कि ऐसे नाजुक दौर में ट्रेन सेवा को लेकर अटकलबाजियों से बचा जाए तो बेहतर होगा। मीडिया को यह सलाह दी गई है कि वो इस मामले में आधिकारिक सूचना प्राप्त करने के बाद ही लोगों तक सही ख़बर पहुंचाए।