दिग्गज और मशहूर उद्योगपत्ति रतन टाटा ने देश के बुजुर्गों का अकेलापन दूर करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। रतन टाटा ने एक ऐसे स्टार्टअप में निवेश करने का एलान किया जो युवाओं के जरिए बुजुर्गों के अकेलेपन और बोरियत को दूर करने के लिए काम कर रही है।
नए तरह के विचार को लेकर शुरू किए गए इस स्टार्टअप का नाम है ‘गुडफेलोज ” (GoodFellows) और इसके संस्थापक का नाम है शांतनु नायडू। शांतनु की उम्र अभी सिर्फ 25 वर्ष है लेकिन इस नौजवान के बुजुर्गों का ख्याल रखने वाले आइडिये ने रतन टाटा को इतना अधिक प्रभावित कर दिया कि उन्होंने इस स्टार्टअप में निवेश करने का एलान कर दिया।
गुडफेलोज वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू किया गया देश का पहला कंपैनियनशिप स्टार्टअप है। इसका उद्देश्य युवाओं और शिक्षित स्नातकों की मदद से बुजुर्गों का अकेलापन दूर कर, उनकी मदद करना है।
इस आईडिया से प्रभावित टाटा संस के चेयरमैन एमिरेट्स और टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन रतन टाटा ने गुडफेलोज में निवेश करने का फैसला कर लिया हालांकि उन्होंने निवेश की राशि को लेकर कोई खुलासा नहीं किया।
इस नई पहल में सहयोग देने के लिए एक धन्यवाद तो बनता है।