कोरोना संकट के इस दौर में सरकार लोगों की मदद के लिए लगातार घोषणाएं कर रही हैं। शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस करके कोरोना की वजह से संकट में फंसे लोगों और बैंकों के लिए राहत भरी कई नीतियों का ऐलान किया।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान RBI के गवर्नर ने यह माना कि कोरोना की वजह से पूरी दुनिया के हालात खराब है और ऐसे समय में अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी फैसले लेना समय की मांग है।
EMI भुगतान में मिलेगी 3 महीने की छूट
RBI ने बैंकों को सलाह दी है कि वो सभी टर्म लोन धारकों को EMI चुकाने में 3 महीने की छूट दें। कोरोना वायरस की वजह से बैंकों के कर्ज भुगतान में डिफॉल्ट की आशंका काफी बढ़ गई थी। अपने निर्देश में आरबीआई ने साफ-साफ कहा है कि 3 महीने की किश्त नहीं आने पर कोई डिफॉल्ट नहीं माना जायेगा और न ही कोई रेटिंग एजेंसी बैंकों की रेटिंग घटाएगी।
RBI ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट को भी घटाया
रिजर्व बैंक ने अब रेपो रेट को 5.15 % से घटाकर 4.4 % कर दिया है। इससे सभी तरह के लोन सस्ते हो जाएंगे। आपको बता दें कि मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी के 6 में से 4 सदस्यों ने रेट कम करने के पक्ष में वोट किया था। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने रिवर्स रेपो रेट को भी 4.9 से घटाकर 4 कर दिया है। सरकार के साथ-साथ रिजर्व बैंक भी यह मान रही है कि कोरोना की वजह से आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई है और ऐसे में इस तरह के कदम उठाना जरूरी है।
RBI ने बैंकों में नकदी बढ़ाने के लिए CRR भी किया कम
बैंकों में नकदी के प्रवाह को बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक ने CRR यानि कैश रिजर्व रेश्यो को भी 1 प्रतिशत घटाकर अब 3 % कर दिया है। इस फैसले से बैंकों के पास ज्यादा नकदी रहेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उठाये गए इन कदमों से सिस्टम में 3.74 लाख करोड़ रुपये की नकदी बढ़ेगी।
आपको बता दें कि इससे पहले वीरवार को भारत सरकार ने भी 1.70 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक राहत पैकेज का ऐलान किया था।