अब तो यह नजारा आम सा हो गया है कि आप एटीएम से पैसे निकालने जाए और वहां जाकर आपको पता लगे कि एटीएम में कैश ही नहीं हैं। कई एटीएम तो ऐसे हैं जिसमें कई-कई दिनों तक नो कैश का बोर्ड लगा होता है। बैंक एटीएम में कैश डालने की जहमत नहीं उठाते और परेशान आम लोग होते रहते हैं। कई बार कैश निकालने के लिए लोग कई किलोमीटर तक दर्जनों एटीएम के चक्कर लगा डालते हैं लेकिन सभी एटीएम खाली ही मिलते हैं। बैंकों के इस लापरवाही भरे रवैये को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने कड़ी चेतावनी जारी की है।
लोगों की समस्याओं को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कड़ा रुख अपनाते हुए निर्देश दिया है कि अगर किसी एटीएम में कैश खत्म हो जाए तो बैंकों को तीन घंटे के भीतर उस एटीएम में नोट भरने होंगे। ऐसा न करने पर बैंकों पर जुर्माना लगाया जाएगा। किसी एटीएम में कैश है या नहीं, बैंकों को इसकी जानकारी मिलती रहती है। यही नहीं, एटीएम में कितना कैश बचा है और कितनी देर में वह खाली हो सकता है, इसका अंदाजा भी बैंकों को रियल टाइम बेसिस पर लगता रहता है। दरअसल, एटीएम में ऐसे सेंसर लगते होते हैं जो बताते हैं कि कैश ट्रे में कितने नोट हैं। नोटों की मात्रा से बैंकों का पता चलता रहता है कि कितने वक्त में नोट भरने की जरूरत पड़ेगी लेकिन आमतौर पर बैंको का रवैया इसे भरने को लेकर लापरवाही भरा ही रहता है ।
इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक ने तमाम बैंको को एटीएम की सुरक्षा को लेकर भी जरूरी कदम उठाने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं।