जम्मू कश्मीर जिला विकास परिषद चुनाव- मुस्लिम राष्ट्रीय मंच भी उतरा चुनावी घमासान में

 

जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद- DDC के चुनाव चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 ए के हटने एवं राज्य के पुनर्गठन के बाद यह पहला चुनाव है जिसमें राज्य के मतदाता बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे हैं। राजनीतिक मजबूरी कहें या हालात, इस स्थानीय चुनाव में जम्मू-कश्मीर के वो तमाम राजनीतिक दल भी भाग ले रहे हैं जिन्होने 370 और 35 ए हटाने का विरोध किया था।

केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी पूरे दम-खम के साथ इस चुनाव को लड़ रही है। भाजपा के सामने दोहरी चुनौती है। जम्मू-कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश है और यहां राष्ट्रपति शासन लगा है, ऐसे में शांतिपूर्वक तरीके से चुनाव करवाना और ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को घरों से निकाल कर मतदान करने के लिए प्रोत्साहित करना केंद्र के लिए बहुत जरुरी है तो वहीं राजनीतिक तौर पर दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी को ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतकर यह साबित भी करना है कि जम्मू-कश्मीर की जनता विकास के उसके एजेंडे के साथ खड़ी है।

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच भी उतरा चुनावी मैदान में

 

इसलिए जम्मू-कश्मीर के जिला विकास परिषद के चुनाव में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत लगा रखी है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी , पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन , पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद जफर इस्लाम सहित पार्टी के कई दिग्गज नेता लगातार राज्य में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जनता की तरफ से मिल रहे फीडबैक के बाद अब संघ परिवार से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने भी चुनावी मैदान में उतरने का फैसला कर लिया है।

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इंद्रेश कुमार की अगुवाई वाला मुस्लिम राष्ट्रीय मंच जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रवादी ताकतों को अधिक से अधिक सीटों पर जीत दिलवाने के लिए 8 दिसंबर से 10 दिसंबर के बीच राजय में प्रवास करेगा। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की यह 4 सदस्यीय केंद्रीय टीम 2 दिन जम्मू संभाग में और 2 दिन कश्मीर संभाग में रहेगी। अपने प्रवास के दौरान यह टीम मस्जिदों में, दरगाहों में, मदरसों में और अन्य स्थानों पर जाकर मुस्लिम समाज से राष्ट्रवादी शक्तियों को इस चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत दिलाने की अपील करेगी। इस टीम में भरत रावत, मौलाना शोएब कासमी , मौलाना कोकब मुज्तबा और सूफी जलील चिश्ती शामिल रहेंगे।

 

 

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव के तीसरे चरण का मतदान खत्म हो चुका है। तीसरे चरण में कुल 50.53 प्रतिशत वोट डाले गए जिसमें जम्मू क्षेत्र के 68.88 प्रतिशत और कश्मीर घाटी के 31.61 प्रतिशत मतदाताओं ने हिस्सा लिया था। पहले चरण में 28 नवंबर को हुए चुनाव में कुल 51.76 प्रतिशत मतदान हुआ था। दूसरे चरण में 1 दिसंबर को हुए चुनाव में 49 फीसदी लोगों ने मतदान किया था। आपको बता दें कि 28 नवंबर से शुरू हुई यह चुनाव प्रक्रिया 19 दिसंबर तक चलेगी। इसमें कुल आठ चरणों में वोट डाले जाएंगे और मतो की गिनती 22 दिसंबर को होगी।

 

 

प्रदेश की 280 सीटों पर हो रहे चुनाव में भाजपा के अलावा विरोधी दलों का गुपकार गठबंधन है, जिसमें पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत कई दल शामिल है।