आज के दौर में जब पैसा या पद रखने वाला हर व्यक्ति छोटी से छोटी बीमारी के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल की तरफ भाग रहा है. सरकारी अधिकारी , नेता , मंत्री इलाज के लिए भूल कर भी सरकारी अस्पताल का रूख नहीं करते हैं ऐसे दौर में छत्तीसगढ़ के एक कलेक्टर मिसाल बन कर सामने आए हैं.
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम के जिला कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने अपनी पत्नी रूद्राणी को डिलेवरी के लिए प्राइवेट अस्पताल की बजाय सरकारी अस्पताल में ही भर्ती कराया. पिछले रविवार को जिले के सरकारी अस्पताल में कलेक्टर की पत्नी रुद्राणी सिन्हा ने एक बेटी को जन्म दिया है.
एक डीएम अपनी पत्नी का प्रसव जिले के सरकारी अस्पताल में करवाये , ये आज के जमाने में तो कोई सोच भी नहीं सकता . हालांकि आपको बता दें कि अवनीश कुमार शरण अपने इसी जुदा अंदाज के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं. सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रहने वाले अवनीश शरण को पहली बार सोशल मीडिया पर तारीफ नहीं मिल रही है.
इससे पहले भी अवनीश शरण अपनी बड़ी बिटिया का दाखिला सरकारी स्कूल में करवा कर एक मिसाल कायम कर चुके हैं . चकाचौंध से दूर कलेक्टर की बिटिया आम बच्चों के बीच ही बैठ कर पढ़ाई व मध्याह्न भोजन करती है.इस बार भी अवनीश शरण के इस कदम की देशभर में तारीफ हो रही है .
अवनीश शऱण के इस फैसले से न सिर्फ आम लोगों के बीच सरकारी अस्पताल को लेकर बनी धारणा बदलेगी बल्कि इसके साथ ही सरकारी अस्पताल के प्रति लोगों का रुझान भी बढ़ेगा.
अपने इस फैसले के बारे में बात करते हुए अवनीश शऱण ने बताया कि , “सरकारी अस्पतालों में सारी सुविधाएं मौजूद हैं, ऐसे में प्रसव कराने के लिए सरकारी अस्पताल बेहतर हैं. ”
Positivekhabar.com भी इन अधिकारी को सलाम करता है और उम्मीद करता है कि अन्य अधिकारी भी इनसे प्रेरणा लें.