मिलिए दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री से

फिनलैंड की 34 वर्षीय सना मरीन ने प्रधानमंत्री बनकर नया इतिहास रच दिया है. वह अपने देश ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी देशों में सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गई हैं.

फिनलैंड की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता एवं 34 वर्षीय परिवहन मंत्री सना मरीन को देश की नई प्रधानमंत्री के रूप में चुन लिया गया है. सना मंगलवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकती हैं. इसके साथ ही वह अपने देश ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी देशों में सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गई हैं. मरीन ने रविवार को हुए मतदान में अपनी ही पार्टी के प्रधानमंत्री एंटी रिने का स्थान लिया है.

कौन है सना मरीन 
सना मरीन का जन्म 16 नवंबर , 1985 को फ़िनलैंड में हुआ था. मरीन अपने परिवार की पहली ऐसी सदस्य है जिन्होंने विश्विद्यालय में कदम रखा. महज 27 वर्ष की उम्र में ही मरीन टेम्परे की नगर परिषद की प्रमुख चुनी गई थी. 2015 में वह संसद की सदस्य बनी. जून से वह फ़िनलैंड की सरकार में परिवहन एवं संचार मंत्री के तौर पर काम कर रही थी. अपने ही प्रधानमंत्री के असफल रहने पर उनकी पार्टी ने बड़ी ही उम्मीदों के साथ उन्हें प्रधानमंत्री का पद सौंप दिया.
मरीन के सामने है खुद को साबित करने की बड़ी चुनौती
फिनलैंड में एक महीने से डाक कर्मचारी हड़ताल पर थे क्योंकि उस समय के प्रधानमंत्री एंटी रिने ने 700 कर्मचारियों की मजदूरी में कटौती का फैसला किया था. हालांकि यह हड़ताल 27 नवंबर को समाप्त हो गई थी , लेकिन फिनलैंड में अस्थिरता थमने का नाम नहीं ले रही थी. लोगों में प्रधानमंत्री को लेकर गुस्सा बरकरार था. ऐसे में देश का माहौल सुधारना सना मरीन के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी.
युवा राष्ट्राध्यक्षों की लिस्ट
मरीन के बाद यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्सी होंचारुक युवा राष्ट्राध्यक्षों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं , उनकी उम्र 35 वर्ष है. अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले 38 साल के हैं. न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा 39 वर्ष की हैं.
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