नफरत फैलाने वालों की सूचना देने के लिए व्हाट्सएप नंबर जारी,10 हजार रुपये का मिलेगा इनाम

याद कर लीजिए ये वाला व्हाट्सएप नंबर- 8950000946 और साथ ही नोट कर लीजिए ये वाली मेल आईडी- dvscommittee@delhi.gov.in । आप भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं दिल्ली में शांति स्थापित करने में। आप भी अफवाहबाजों को पहुंचा सकते हैं जेल और इस सतर्कता के लिए आपको इनाम भी मिलेगा – 10 हजार रुपये।

दिल्ली विधानसभा की शांति एवं सद्भावना समिति ने दो धर्मों के बीच नफरत, घृणा फैलाने वालों की सूचना देने के लिए एक ई-मेल आईडी और व्हाट्सएप नंबर जारी किया है। इस ई-मेल और व्हाट्सएप नंबर पर कोई भी व्यक्ति स्क्रीन शॉट लेकर शिकायत कर सकता है। सूचना देने वाले व्यक्ति को पुरस्कार के रूप में 10 हजार रुपए भी मिलेंगे। समिति के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने लोगों से अपील की है कि वो ऐसे लोगों की सूचना समिति को दें ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई हो सके।

इसके साथ ही विधानसभा की समिति 5 मार्च यानी गुरुवार को दंगा प्रभावित सभी 6 विधानसभाओं में शांति बैठक करेंगे जिसमें सभी 6 विधायक, समिति के सदस्य, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और स्थानीय धार्मिक व सम्मानित लोग भी शामिल होंगे। सौरभ भारद्वाज ने बताया कि 10 मार्च को होली है और उससे पहले 6 मार्च को जुमे की नमाज है इसलिए 5 मार्च की बैठक में सभी धर्म गुरुओं को बुलाएंगे ताकि त्योहार पर सद्भाव बना रहे।

 

दिल्ली विधानसभा की समिति में चेयरमैन सहित 9 सदस्य

दिल्ली विधानसभा की शांति एवं सद्भावना समिति का चेयरमैन सौरभ भारद्वाज को बनाया गया है। दिलीप पांडेय ,अब्दुल रहमान, अजय कुमार महावर, आतिशी, बीएस जून, जरनैल सिंह, कुलदीप कुमार और राघव चड्ढा को इस समिति का सदस्य बनाया गया है। समिति दिल्ली में हुए दंगे के दौरान अपने धर्म व मजहब की दीवार तोड़कर दूसरों की मदद करने वाले लोगों को सम्मानित करने पर भी विचार कर रही है।

इसे भी पढ़ें :  सावधान-सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो भेजने पर होगी 3 साल की जेल

दरअसल , दिल्ली में हिंसा का दौर खत्म होने के बाद भी असमाजिक तत्व अफवाहें और ढूठी खबर फैला कर दिल्ली में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस लगातार ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है और अब दिल्ली विधानसभा द्वारा गठित समिति ने भी ऐसे लोगों के खिलाफ कमर कस ली है। ऐसे अफवाहबाजों को 3 साल तक की जेल हो सकती है।

तो फिर देर किस बात की…तैयार हो जाइए..दिल्ली में अशांति फैलाने वाले लोगों की पोल खोलने के लिए क्योंकि ये दिल्ली हमारी है , हम सबकी है और इसे शांत बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।