बुधवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के मुताबिक अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन का ऐलान कर दिया गया है। ट्रस्ट के डीड में ही इसके 9 सदस्यों के नाम दे दिए गए हैं। गृह मंत्रालय के अवर सचिव खेला राम मुर्मू ने बुधवार को 100 रुपये के स्टाम्प पेपर पर ट्रस्ट को पंजीकृत कराकर एक रुपये में परासरण को ट्रांसफर कर दिया है। फिलहाल ट्रस्ट का पता परासरण के ग्रेटर कैलाश , दिल्ली स्थित आवास का रखा गया है जिसे बाद में ट्रस्ट दूसरी जगह ट्रांसफर कर सकता है।
ट्रस्ट के डीड में ही यह साफ कर दिया गया है कि इसके गठन के बाद इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं होगी अर्थात यह ट्रस्ट पूरी तरह से सरकारी दखलंदाजी से मुक्त होगा। ट्रस्ट को राम मंदिर निर्माण और उसके रख रखाव के लिए धन जुटाने और उसके प्रबंधन की पूरी छूट होगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया गया है। सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश के मुताबिक ट्रस्ट में 9 स्थायी और 6 नामित सदस्य होंगे। 15 सदस्यीय इस ट्रस्ट में एक दलित सदस्य हमेशा रहे , इसका भी प्रावधान किया गया है।
जानिए ट्रस्ट के स्थायी सदस्यों के नाम –
1. के परासरन – को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया है। ये उच्चतम न्यायालय में रामलला विराजमान के मुख्य पैरोकार रहे हैं। इन्होंने अयोध्या मामले में लगभग 9 साल तक पैरवी की है।
2.जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती,प्रयागराज – राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे हैं।
3. जगतगुरु मध्वाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज, पेजावर मठ, उडुपी – कर्नाटक के उडुपी स्थित पेजावर मठ के 33 वें पीठाधीश्वर ।
4.परमानंद जी महाराज,हरिद्वार – अखंड आश्रम हरिद्वार के प्रमुख। वेदांत पर 150 से ज्यादा किताबें लिख चुके हैं।
5.स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज , पुणे – महाराष्ट्र के आध्यात्मिक गुरु पांडुरंग शास्त्री अठावले के शिष्य हैं।
6.बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा , अयोध्या- ये अयोध्या राज परिवार के वंशज हैं। रामायण मेला सरंक्षक समिति के सदस्य और समाजसेवी हैं।
7.डॉ अनिल मिश्र, अयोध्या – अयोध्या के प्रसिद्ध होम्योपैथी डॉक्टर है। 1992 में राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्तमान में संघ के अवध प्रांत के प्रांत कार्यवाह भी हैं।
8.कामेश्वर चौपाल, पटना(अनुसूचित जाति) – राम मंदिर आंदोलन के पहले कार सेवक। 1989 में अयोध्या में राम मंदिर में शिलान्यास की पहली ईंट रखी थी।
9.महंत दिनेन्द्र दास,निर्मोही अखाड़ा – अयोध्या के निर्मोही अखाड़े के प्रतिनिधि हैं।
जानिए ट्रस्ट में किसको बनाया जा सकता है नामित सदस्य ?
15 सदस्यीय श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 6 अस्थायी सदस्य होंगे , जिन्हें नामित सदस्य के तौर पर ट्रस्ट में शामिल किया जाएगा।
1. बोर्ड ऑफ ट्रस्टी द्वारा नामित एक सदस्य , जो हिन्दू धर्म का हो
2.बोर्ड ऑफ ट्रस्टी द्वारा नामित एक सदस्य , जो हिन्दू धर्म का हो ( इन दोनों सदस्यों का चयन ट्रस्ट बहुमत के आधार पर करेगा)
3.केंद्र सरकार द्वारा नामित प्रतिनिधि जो संयुक्त सचिव स्तर का हिन्दू आईएएस अधिकारी होगा।
4. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नामित प्रतिनिधि जो सचिव स्तर का हिन्दू आईएएस अधिकारी होगा।
5.अयोध्या का जिला कलेक्टर- DM । कलेक्टर अगर हिन्दू नहीं होगा तो अतिरिक्त कलेक्टर जो हिन्दू होगा , उसे ट्रस्ट का नामित सदस्य बनाया जाएगा।
ट्रस्ट के ट्रस्टी ही राम मंदिर निर्माण , विकास और प्रशासन के लिए चेयरमैन का चयन करेंगे। बोर्ड में वोटिंग का अधिकार सिर्फ 10 सदस्यों को ही दिया गया है।