बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की सब लेफ्टिनेंट शिवांगी बनीं नेवी की पहली महिला पायलट

शिवांगी बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली हैं. शिवांगी ने मुजफ्फरपुर के ही डीएवी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की है. इसके बाद सिक्किम मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान से बीटेक किया. 27 एनओसी कोर्स के तहत उन्होंने एसएसी (पायलट) परीक्षा पास की और नेवी में कमीशन हुईं. शुरुआती ट्रेनिंग के बाद शिवांगी जून 2018 में नेवी में शामिल हुई.शिवांगी के पिता सरकारी स्कूल में अध्यापक और मां गृहणी हैं.

भारतीय वायुसेना के बाद अब नौसेना में भी महिलाएं एयरक्राफ्ट उड़ाने के लिए तैयार हैं. सब लेफ्टिनेंट शिवांगी नेवी की पहली महिला पायलट बन गई हैं. वह नेवी के लिए सर्विलांस एयरक्राफ्ट उड़ाएंगी.

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के पारू की शिवांगी बीटेक कर रही थी. एक दिन नेवी के अधिकारी किसी कार्यक्रम में उनके कॉलेज आए. उसी समय नेवी से प्रभावित होकर शिवांगी ने भारतीय नौसेना में शामिल होने का फैसला कर लिया. ऐसी जिद ठानी कि अब शिवांगी ने भारतीय नौसेना की पहली महिला पायलट बन कर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है. उन्होंने दक्षिणी नौसेना कमान के वाइस एडमिरल एके चावला से अपना ‘क्वालिफिकेशन विंग’ प्राप्त किया.

सोमवार को पासिंग आउट परेड के बाद सब लेफ्टिनेंट शिवांगी ने नेवी बेस में नौसेना के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में अपनी ड्यूटी ज्वाइन की. उन्होंने कोच्चि नेवल बेस में ऑपरेशनल ड्यूटी ज्वाइन की. बताया जा रहा है कि शिवांगी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ( HAL) द्वारा तैयार किए गए ड्रोनियर 228 सर्विलांस एयरक्राफ्ट उड़ाएंगी. इस एयरक्राफ्ट को कम दूरी के समुद्री मिशन पर भेजा जाता है. इसमें एडवांस सर्विलांस रेडार, इलेक्ट्रॉनिक सेंसर और नेटवर्किंग जैसे कई शानदार फीचर्स मौजूद हैं. इन्ही फीचर्स के दम पर यह एयरक्राफ्ट भारतीय समुद्री क्षेत्र की निगरानी करता है.

नौसेना में देश की पहली महिला पायलट बनने के बाद सब लेफ्टिनेंट शिवांगी ने कहा,

“नौसेना की पहली महिला पायलट बनना मेरे लिए गर्व की अनुभूति है. यह एक अलग अहसास है. महिलाएं नौसेना में तो काफी समय से हैं, लेकिन कॉकपिट में नहीं थीं. वे सिर्फ पर्यवेक्षक थीं. इसके लिए मैं लंबे समय से इंतजार कर रही थी और आज वह दिन आ गया है. यह बेहद शानदार अनुभव है. अब मैं तीसरे स्टेज की ट्रेनिंग पूरी करने के लिए काम करूंगी. “

आपको बता दें कि इसी साल फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कांत भारतीय वायुसेना की पहली महिला पायलट बनी थीं, जिन्होंने फाइटर जेट उड़ाने के लिए क्वालिफाई किया था. उन्होंने मिग-21 एयरक्राफ्ट उड़ाकर यह सफलता हासिल की थी.

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