Tag: Poem on time and life
वक्त हूं मैं – कहानी जिंदगी की
""वक्त" हूं मैं,
"वक्त" हूं मैं,
हर वक्त हूं मैं,
मुठ्ठी में रेत की तरह,
निकलता जा रहा हूं मैं,
जिंदगी से तेरी,
फिसलता जा रहा हूं मैं,
हमेशा तेरे साथ
दिन...