महाराष्ट्र – चीनी की मिठास से भरपूर है उद्धव ठाकरे का नया मंत्रिमंडल !

आप यह सोच रहे होंगे कि भला यह क्या खबर हुई कि चीनी की मिठास से भरपूर है उद्धव ठाकरे का नया मंत्रिमंडल . क्या किसी सरकार में अब तक ऐसा हुआ है. तो हम कहेंगे कि पहले खबर तो पढ़िए

महाराष्ट्र की राजनीति लंबे समय से सहकारी या चीनी उद्योगों के इर्द-गिर्द घुमती रही है. ऐसे में यह खबर दिलचस्प है कि सोमवार को हुए उद्धव ठाकरे सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में चीनी की मिठास की फिर से वापसी हो गई है.

यह हम नहीं कह रहे बल्कि नए मंत्रियों का रिकॉर्ड कह रहा है. महाराष्ट्र में शिवसेना हो या कांग्रेस या चीनी उद्योगपत्तियों से भरपूर एनसीपी , सबने मंत्रिमंडल विस्तार में अपने-अपने कोटे से चुनाव जीतकर आने वाले चीनी उद्योगपतियों को मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल कर इनाम दिया है

मंत्रिमंडल विस्तार में शपथ लेने वाले 36 में 16 मंत्री बड़े चीनी उद्योगपति

सोमवार को उद्धव ठाकरे सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार में शपथ लेने वाले 36 मंत्रियों में से 16 का चीनी मिलों से सीधा संबंध है. इनके संबंध सहकारी या निजी तौर पर हैं. एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक यह संख्या पिछली देवेंद्र फडणवीस सरकार में रहे मंत्रियों की तुलना में चार गुना अधिक है. राष्ट्रवादी कांग्रेस ने अपने कोटे से मंत्रिमंडल में आठ चीनी उद्योगपतियों को शामिल किया है. इनमें उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और जयंत पाटिल के नाम भी शामिल हैं.

कांग्रेस ने अशोक चव्हाण, अमित देशमुख, बालासाहेब थोराट और दो निर्दलीय विधायकों शंकरराव गडक व एनसीपी के बागी राजेंद्र पाटिल को मंत्री बनवाया है. वहीं शिवसेना की ओर से शपथ लेने वाले एकमात्र चीनी उद्योगपति संभूराज देसाई रहे.

महाराष्ट्र में परंपरागत रूप से चीनी उद्योगपति या तो कांग्रेस या फिर एनसीपी से जुड़े रहे हैं.

महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार में कुल 42 मंत्री

आपको बता दें कि सोमवार को हुए पहले मंत्रिमंडल विस्तार में अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है तो वही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने भी कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है. इस विस्तार के बाद अब महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में मंत्रियों की कुल संख्या 42 तक पहुंच गई है.

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