अजमेर शरीफ दरगाह के लिए पीएम मोदी ने भेजी चादर,जानिए प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में क्या-क्या कहा

“पेड़ जो सूख रहे हैं, उन्हें फूलदार करो। 

नफरत खत्म करो, प्यार करो प्यार करो।।  

एक पडोसी की सदा एक पडोसी ना सुने। 

इतनी ऊँची तो मेरे दोस्त ना दिवार करो।।”

अजमेर, राजस्थान। इन अल्फाज़ो को बुधवार को केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अपनी जुबां दी, ट्वीट के माध्यम से , अजमेर स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के दरबार में हाजिर होकर। मौका था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अजमेर स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 808वें सालाना उर्स के अवसर पर चादर पेश करने का। पीएम मोदी की तरफ से केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ख्वाजा के दरबार में हाजिर होकर चादर के साथ अकीदत के पुष्प पेश करने के साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा भेजा गया संदेश भी पढ़ कर सुनाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 808वे उर्स के अवसर पर विश्व भर में उनके अनुयायिओं को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए दुनिया को मानवता का सन्देश देने वाले महान सूफी संत को श्रद्धांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा,

“भारत समृद्ध आध्यात्मिक परम्पराओं का देश है और हमारे देश के सूफी-संतों ने अपने आदर्शों और विचारों के माध्यम से राष्ट्र के सांस्कृतिक ताने-बाने को सदैव मजबूत करने का प्रयास किया है। शांति और एकता का उनका पैगाम हमें जीवन में अनुशासित, शालीन और संयमित रहने की सीख देता है।”

उन्होंने कहा कि, “सद्भावना और सौहार्द के आदर्श प्रतीक के रूप में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह दुनिया भर से विविध आस्थाओं और मान्यताओं के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। अनेकता में एकता हमारे देश की खूबसूरती है और सालाना उर्स इसी भावना को संजोने, सहेजने और महसूस करने का अवसर है। ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 808वे उर्स पर मैं दरगाह अजमेर शरीफ से देश की समृद्धि की कामना करता हूं। ”

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अजमेर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 808वे वार्षिक उर्स के अवसर पर दरगाह अजमेर  शरीफ में फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने उर्स की व्यवस्थाओं को लेकर कलेक्टर-एसपी सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक भी की।