उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी में स्कूलों का हाल देखिए

खेलोगे-कूदोगे तो बनोगे नवाब , यह फॉर्मूला अब लोगों के सर चढ़कर बोल रहा है . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खेलो इंडिया की मुहिम चला रहे है . योगी राज में अब उत्तर प्रदेश भी बदलने को तैयार नजर आ रहा है . यूपी के कौशाम्बी के सरकारी स्कूलों में भी अब खेल को तवज्जों दी जाने लगी है. 

ये तस्वीर है उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी के सरकारी स्कूल की . ये बच्चे क्रिकेट खेलते नजर आ रहे हैं . इससे पहले कि आप सोचे कि मास्टर गायब क्यों है , आपको बता दें कि ये खेल स्कूल की पहल से ही हो रहा है या कहे करवाया जा रहा है . दरअसल , यूपी के परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को भी अब खेल की बारीकियां समझाई जा रही है ताकि वो भी बड़े होकर अपने इलाके का नाम रौशन कर सके.

सरकार चाहती है कि सरकारी स्कूल किसी भी प्रकार से कान्वेंट स्कूलों से पीछे न रहे इसके लिए सरकार ने पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के खेलकूद में भी पारंगत करने के लिए प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय के लिए पांच हज़ार व पूर्वमाध्यमिक विद्यालय के लिए दस हज़ार की धनराशि जारी की है . जिससे विद्यालय में खेल का सामान खरीदकर विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को वहां के अध्यापक खेल की बारीकियां समझा सके .

इसी अभियान के तहत कड़ा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय हिसामपुर परसखी में बच्चों को शिक्षकों के द्वारा चेस, कैरम, क्रिकेट, बैडमिंटन, रस्सीकूद,बॉलीबाल , फुटबॉल सहित कई अन्य खेलों को खिलाते हुए बच्चों को खेल के नियमों और बारिकियों के बारे में बताया गया . स्कूल के शिक्षक रामकृष्ण, रिया सेठी, माया सिंह, बीरेंद्र कुमार व संध्या देवी पटेल द्वारा बच्चों को खेल व नियमो की जानकारी से परिचित कराया गया .

सरकारी स्कूल में खेल के सामान के साथ खेलते हुए बच्चे भी खुश नजर आ रहे थे क्योंकि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को इन खेलों को खेलने के लिए जरूरी सामान दिलवा पाने में उनके अभिवावक सक्षम नही होते है .

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स्कूल के प्रधानाध्यापक गुलाबसिंह ने बताया कि सप्ताह के अंतिम दिन यानि हर शनिवार को बालसभा के दरम्यान बच्चों को खेल की जानकारी दी जाती है।