विदेशों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों के लिए क्या कर रही है गहलोत सरकार ? 

 

कोरोना संकट के इस दौर में विदेशों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों को लाने के लिए राज्य की गहलोत सरकार की मुहिम लगातार जारी है। राजस्थान सरकार के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रयासों से विदेशों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों को लाने के सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। इसी दिशा में बंदे भारत मिशन के दूसरे चरण के दौरान शुक्रवार सायं तक 451 प्रवासी राजस्थानी दुनिया के विभिन्न देशों से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं, जिन्हें इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन के लिए उनकी सुविधा और इच्छा के अनुसार दिल्ली के विभिन्न होटलों में रखा गया है तथा जरूरत के अनुसार राजस्थान भी भेजा जा रहा है।

राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने बताया कि बंदे भारत मिशन के दूसरे चरण के तहत आ रहे प्रवासी राजस्थानियों में विशेष रुप से कजाकिस्तान, टोरंटो, जॉर्जिया, कुवैत, यूक्रेन, दुबई, अल्माटी, मस्कट, रूस, इंग्लैंड सहित मध्य एशिया के विभिन्न देशों में फंसे हुए विद्यार्थी और कामगार शामिल है। उन्होंने बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच रहे फंसे हुए प्रवासी राजस्थानियों  के चिकित्सा और सुरक्षा प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सभी सुविधाओं की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार की नवीन दिशा निर्देशों के अनुसार प्रवासियों को 7 दिन तक इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन और शेष 7 दिन तक होम क्वॉरेंटाइन में रहना अनिवार्य है।

दिल्ली एयरपोर्ट पर राउंड द क्लाॅक कार्य कर रहे हैं राजस्थान के डॉक्टर्स और सुरक्षा प्रोटोकॉल की टीमें

राज्य सरकार ने पूर्व में निर्देश जारी कर राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव और नई दिल्ली में राजस्थान की आवासीय आयुक्त श्रीमती टी.जे. कविथा को आने वाले प्रवासी राजस्थानियों की व्यवस्थाएं देखने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया था।

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राज्य सरकार के आदेशों को पालन करने के लिए उठाए गए और दिल्ली एयरपोर्ट पर प्रवासियों के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए श्रीमती टी.जे.कविथा ने बताया कि विदेशों से आने वाले फंसे हुए प्रवासी राजस्थानियों की मेडिकल स्क्रीनिंग करने के लिए आवासीय आयुक्त कार्यालय की निगरानी में बीकानेर हाउस स्थित डिस्पेंसरी और दिल्ली स्थित आर.ए.सी. बटालियन के डॉक्टरों की टीमें राउंड द क्लाॅक कार्य कर रही है।आवासीय आयुक्त कार्यालय से संबंधित कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारियों सहित राजस्थान पुलिस के जवान विदेशों से आने वाले प्रवासी राजस्थानियों के लिए प्रोटोकॉल देने तथा उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर तक भेजने के लिए 24 घंटे कार्य कर रहे हैं।