ट्विटर पर क्यों ट्रेंड कर रहा है दीपिका_हटाओ_LUX_बचाओ का हैशटैग ?

ट्विटर पर दीपिका_हटाओ_LUX_बचाओ का हैशटैग तेजी से ट्रेंड कर रहा है. आप सोच रहे होंगे कि अभी तो चर्चा दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने और उनकी फिल्म छपाक को लेकर हो रही है . बीच में यह LUX कहां से आ गया , पढ़िये ये स्टोरी

जेएनयू विवाद में उतर कर फंस चुकी फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण एक बार फिर से ट्विटर पर ट्रेंड कर रही हैं लेकिन इस बार इसका खामियाजा उन्हे या उनकी फिल्म को नहीं बल्कि उस ब्रांड को भुगतना पड़ रहा है जिसका विज्ञापन दीपिका करती हैं.

दीपिका_हटाओ_LUX_बचाओ का हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है. लोग जेएनयू विवाद में दीपिका के कूदने से नाराजगी जताते हुए LUX साबुन के बहिष्कार करने की धमकी तक दे रहे हैं . दरअसल , दीपिका पादुकोण फिल्म इंडस्ट्री की उन अभिनेत्रियों में शामिल हैं जो LUX साबुन का विज्ञापन करती हैं.

जाहिर है कि जेएनयू विवाद में दीपिका की भूमिका को लेकर नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है . पहले उनकी फिल्म छपाक को नहीं देखने को लेकर एक अभियान चलाया गया और अब उस प्रोडक्ट के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, जिसका दीपिका विज्ञापन करती है-LUX साबुन.

इस माहौल ने उन बाकी कंपनियों को भी डरा दिया है जो अपने-अपने सामान को बेचने के लिए दीपिका पादुकोण की अदाओं का सहारा लेते रहे हैं. विवाद को देखते हुए ये ब्रॉन्ड्स भी सतर्कता बरत रहे हैं. बताया जा रहा है कि इन कंपनियों ने दीपिका वाले अपने विज्ञापनों को फिलहाल के लिए कम दिखाने का फैसला किया है क्योंकि ये हर तरह के विवाद से बचना चाहते हैं.

आपको बता दें कि दीपिका पादुकोण देश में विज्ञापनों और फिल्मों के लिए सबसे ज्यादा पेमेंट पाने वाली अभिनेत्री है. ऐसे में अब बताया तो यहां तक जा रहा है कि आने वाले समय में विज्ञापनों के करारों में इस तरह के क्लॉज जोड़े जा सकते हैं, जिनमें किसी सिलेब्रिटी के राजनीतिक रुख तय करने से प्रशासन या लोगों के नाराज हो सकने वाले जोखिम का भी जिक्र होगा. निश्चित तौर पर इसका खामियाजा भविष्य में अन्य कलाकारों को भी उठाना पड़ सकता है.

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